Verbs in Hindi–Kriya
वह शब्द जिस से किसी काम के करने या होने का पता चले, उसे हम क्रिया कहते हैं। जैसे –
- शीला रो रही है।
मोनु पानी पी रहा है।
वह लड़का खेल रहा है।
इन वाक्यों में रो रही है, पी रहा है, खेल रहा है, से काम के करने या होने का पता चल रहा है।
क्रिया के भेद ( kinds of Verbs in Hindi)
कर्म के आधार पर क्रिया के दो भेद होते हैं –
- अकर्मक क्रिया
- सकर्मक क्रिया
अकर्मक क्रिया – जहाँ क्रिया के साथ किसी कर्म की आवश्यकता नहीं होती, उसे अकर्मक क्रिया कहा जाता है। जैसे –
- वे पेड़ पर चढ़ते हैं।
- वह घर जाता है।
सकर्मक क्रिया – जहाँ पर क्रियाओं के साथ कर्म की आवश्यकता होती है, उन्हें सकर्मक क्रियायें कहा जाता है । जैसे –
- लड़कियाँ गीत गाती हैं। ( कर्म – गीत)
- रमन फल खाता है। ( कर्म – फल)
द्विकर्मक क्रिया – कुछ सकर्मक क्रियाओं के साथ एक के स्थान पर दो कर्मों की आवश्यकता होती है। ऐसी सकर्मक क्रियाओं को द्विकर्मक क्रियायें कहा जाता है। जैसे –
- शाम ने उसे पाठ पड़ाया। ( कर्म – उसे, पाठ )
- माता जी ने मुझे शर्ट दिलवाई। ( कर्म – मुझे, शर्ट )
सहायक क्रिया – वाक्य में विद्यमान मुख्य क्रिया की सहायता करने वाली क्रिया को, उसकी सहायक क्रिया कहा जाता है। यह उसका स्थान नहीं ले सकती।
निम्नलिखित उदाहरणों से स्पष्ट होता है, देखें –
- रमा स्वेटर बुन रही थी। ( मुख्य क्रिया – बुनना )
- सुन्दर इस गांव में रहता है। ( मुख्य क्रिया – रहना )
याद रखने योग्य बातें – है, हैं, हो, था, थी, थीं, थे का प्रयोग मुख्य क्रिया के रूप में भी होता है। जिन वाक्यों में इनके साथ क्रिया नहीं होती, वहाँ ये ही सहायक क्रियाओं का काम करते हैं। जैसे –
सहायक क्रिया के रूप में | मुख्य क्रिया के रूप में |
वे पढ़ते हैं। | वे खिलाड़ी हैं। |
वह आता है। | वह डाक्टर है। |
तुम जाते हो। | तुम वीर हो। |
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