जो शब्द समान अर्थ प्रकट करें वह शब्द पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द कहलाते हैं। हर भाषा में ऐसे शब्द मिलते हैं।
कुछ शब्दों के पर्यायवाची शब्द नीचे दिए जाते हैं
प्रमुख शब्द | पर्यायवाची शब्द |
अहंकार | अभिमान, घमण्ड, गर्व, दर्प, अहम् |
अतिथि | अभ्यागत, मेहमान, पाहुना, व्रात्य, आगन्तुक |
असुर | दानव, दनुज, राक्षस, निशाचर, दैत्य |
अचरज | अचंभा, आश्चर्य, कुतूहल, कौतुक, विस्मय |
अमृत | सुधा, पीयूष, अमिय, सोमरस, सुरभोग |
आँसु | अश्रु, नयनजल, दृगजल, दृगांबु |
आग | अनल, अग्नि, पावक, वह्नि, हुताशन |
आकाश | नभ, गगन, अंबर, व्योम, अन्तरिक्ष, दृौ |
आँख | नेत्र, नयन, चक्षु, अक्षि, लोचन, दृग |
इन्द्र | देवेन्द्र, सुरेश, शक्र, पुरन्दर, देवेश, देवाधिपति |
इच्छा | अभिलाषा, कामना, चाह, लालसा, आकान्क्षा |
ईश्वर | जगदीश, नारायण, प्रभु, भगवान, दीनानाथ, जगतपिता |
औरत | स्त्री, नारी, वामा, दारा, कान्ता, महिला |
उन्नति | उत्थान, उत्कर्ष, प्रगति, अभ्युदय, उदय |
क्रोध | कोप, रोष, गुस्सा, आवेश, मत्सर, मन्यु |
कुत्ता | श्वान, कुक्कर, सारमेय, श्वा, शुनक |
कपड़ा | वस्त्र, चीर, वसन, अंबर, पट, दुकूल |
कौआ | काक, काग, वायस, द्रोण, एकाक्ष, चक्री |
कमल | नीरज, जलज, पद्म, सरोज, पङ्कज, अरविंद |
कोयल | पिक, कोकिल, कुहुकिनी, वनप्रिय, पञ्चमा परभृत |
कृपा | दया, अनुग्रह, अनुकंपा, करुणा, उदारता |
घर | गृह, सदन, आवास, भवन, धाम, आलय |
गङ्गा | जाह्नवी, भागीरथी, सुरसरि, देवापगा, मन्दाकिनी |
गणेश | गजानन, गणपति, विनायक, लंबोदर, विध्नेश |
खून | रुधिर, रक्त, लहू, शोणित, प्राणद |
जल | वारि, अंबु, तोय, नीर, सलिल, उदक |
तालाब | सर, सरोवर, तड़ाग, जलाशय, पोखर, ताल |
चाँद | इन्दु, शशि, निशाकर, रजनीश, सोम, विधु |
झण्डा | ध्वज, पताका, निशान, केतु, ध्वजा, केतन |
देह | तन, काया, शरीर, बदन, जिस्म, अङ्ग |
दिन | वार, वासर, दिवस, दिवा, अह्न, रोज |
दुख | कष्ट, व्यथा, विपदा, विषाद, वेदना, शोक |
धरती | धरा, पृथ्वी, भू, अवनि, वसुन्धरा, धरित्री |
धनुष | चाप, कमान, धनु, धन्वा, शरासन |
निर्मल | साफ, स्वच्छ, शुद्ध, पावन, विमल, पवित्र |
नदी | सरिता, तटिनी, तरङ्गिणी, निर्झरणी, कल्लोलनी, आपगा |
नाव | नौका, किश्ती, तरणि, तरी, पोत, तरिका |
पत्थर | पाषाण, प्रस्तर, पाहन, शिलाखण्ड, उपल |
पक्षी | विहग, विहङ्ग, द्विज, शकुनि, अण्डज, खग, नभचर |
पहाड़ | नग, शैल, पर्वत, अचल, भूधर, गिरि, मेरु, अद्रि |
पवन | वायु, समीर, वात, मारूत, अनिल, समीरण |
पुत्र | सुत, तनय, आत्मज, वत्स, तनुज, नन्दन |
पेड़ | वृक्ष, तरु, विटप, पादप, द्रुम, महीरुह |
पुत्री | सुता, तनया, आत्मजा, वत्सा, तनुजा, बेटी |
बाग | बगीचा, वाटिका, उपवन, कुञ्ज, उदृान, निकुञ्ज |
बन्दर | वानर, कपि, मर्कट, हरि, शाखामृग |
बिजली | विद्धुत, चपला, चञ्चला, दामिनी, क्षणप्रभा, सौदामिनी |
फूल | पुष्प, सुमन, कुसुम, प्रसून, पुहुप, सार |
मित्र | सखा, साथी, सहचर, मीत, दोस्त, स्नेही |
माता | जननी, जन्मदात्री, धात्री, अंबा, माँ |
भौंरा | भ्रमर, अलि, भृङ्ग, मधुकर, मधुप, मिलिन्द |
मोर | मयूर, शिखी, केकी, विरही, किन्नर |
मृत्यु | मौत, देहान्त, निधन, स्वर्गवास, अवसान |
रात | रात्रि, रजनी, निशा, विभावरी, यामिनी, कादंबरी |
राजा | नृप, महीप, भूपति, नरेश, भूप, अवनीश |
वन | जङ्गल, अरण्य, विपिन, कानन, कान्तार, निर्जन |
विष्णु | लक्ष्मीपति, नारायण, चक्रपाणि, शेषशायी, माधव |
स्वर्ग | सुरलोक, देवलोक, परमधाम, दिव, द्धुलोक, नाक |
सब | सर्व, समस्त, सकल, अखिल, संपूर्ण, समग्र, निखिल |
समुद्र | जलधि, सागर, सिन्धु, पारावार, जलनिधि, नदीश |
सूरज | सूर्य, भानु, भास्कर, निकर, आदित्य, रवि |
सिंह | केसरी, मृगराज, शार्दूल, नाहर, शेर, मृगेन्द्र |
सुन्दर | ललित, मनोहर, मनोरम, रम्य, मञ्जुल, चारू |
शिव | शङ्कर, महादेव, महेश, पशुपति, महेश्वर, भूतेश |
सरस्वती | भारती, शारदा, इला, वीणापाणि, वीणावादिनी, वागीश्वरी |
साँप | सर्प, अहि, भुजङ्ग, नाग, व्याल, विषधर, उरग |
संसार | विश्व, जगत, सृष्टि, लोक, भव, दुनिया |
सोना | स्वर्ण, कलधौत, हिरण्य, कञ्चन, कनक, जातरूप |
सेवक | भृत्य, दास, चर, किङ्कर, अनुचर, चाकर |
हाथी | गज, करी, कुञ्जर, दन्ती, दवि्रद, वितुण्ड |
हिरन | हरिण, मृग, कुरङ्ग, सारङ्ग |
हिमालय | हिमाद्रि, हिमगिरि, हिमवान, नगराज, नगेश |