1. एक नवजात शिशु की माता से मिलने उसके नाते वाले लोग गए।
जब उन्होने बच्चे को देखने की इच्छा व्यक्त की तो माता बोली: “जब बच्चा रोएगा तो दिखा दूँगी।”
जब अधिक समय बीतने पर भी बच्चा नहीं रोया तो लोगों ने बच्चा दिखाने के लिए शीघ्रता दिखाई।
“मैं भूल गईं हूँ कि मैंने बच्चा कहाँ रखा है”, लाचारता दिखाते हुए माता ने उत्तर दिया।
2. पत्नी अपने पति से: “अगर मैं मर गई तो क्या तुम दूसरा विवाह कर लोगे?”
पति: “देखो, ये मत समझना कि मैं तुमसे प्रेम नहीं करता पर कोई कब तक अकेला रह सकता है?”
पत्नी: “तो क्या वो इसी घर में रहेगी?”
पति: “हाँ। अभी हमनें नया घर लिया है। इतनी शीघ्रता से और घर लेना कठिन है।”
पत्नी: “तो क्या वो इसी पलंघ पे सोएगी?”
पति: “हाँ। हमने फर्नीचर भी नया ही लिया है ना।”
पत्नी: “अर्थात्, वो कपड़े भी यही पहनेगी?”
पति (प्रेम से पत्नी का आलिङ्गन करते हुए): “नहीं प्रिये, कदाचित दुबली होने के कारण तुम्हारे कपड़े उसको नहीं आएंगे।”