शब्द का वह रूप जो पुरुष जाती अथवा स्त्री जाती होने की भिन्नता का आभास कराये, उसे लिङ्ग कहा जाता है।
जैसे पुरुष जाती के लिए राजा, छात्र, बैल, राम आदि प्रयुक्त होते हैं और स्त्री जाती के लिए रानी, छात्रा, गाय, सीता आदि प्रयुक्त होते हैं।
लिङ्ग के भेद (Kinds of Gender)
हिन्दी में लिङ्ग के दो रूप माने जाते हैं-
पुल्लिङ्ग (Masculine)- पुरुष जाती का बोध कराने वाले शब्द को पुल्लिङ्ग कहा जाता है।
जैसे- घोड़ा, मोर, चाचा, लड़का, हाथी, मुरगा, कुत्ता, बकरा, हिरन, ऊँट, चूहा, आदि।
स्त्रीलिङ्ग (Feminine)- स्त्री जाती का बोध कराने वाले शब्द को स्त्रीलिङ्ग कहा जाता है।
जैसे- घोड़ी, मोरनी, चाची, लड़की, हथिनी, मुरगी, कुतिया, बकरी, हिरनी, ऊँटनी, चुहिया आदि।
लिङ्ग की पहचान (Identifying Gender)
प्राणीवाचक शब्द– प्राणीवाचक शब्दों में कुछ शब्द सदा ही पुल्लिङ्ग होते हैं।
जैसे- कौआ, केंचुआ, चीता, चमगीदड़, बगुला, भेड़िया, तीतर, तोता, खटमल, पक्षी, मच्छर और उल्लू आदि।
प्राणीवाचक शब्दों में ही कुछ शब्द सदैव ही स्त्रीलिङ्ग भी होते हैं।
जैसे- कोयल, मैना, मक्खी, मछली, बटेर, बत्तख, तितली, जूँ, जोंक, चिड़िया और चील आदि।
शब्दों में लिङ्ग भेद करने के लिए उनसे पूर्व नर या मादा लिख कर भी किया जा सकता है।
जैसे- नर चील, नर तितली, नर मछली, मादा कोयल, मादा तीतर, मादा मच्छर आदि।
पुल्लिङ्ग शब्द— सदैव पुल्लिङ्ग रहने वाले शब्द निम्नलिखित होते हैं-
दिनों के नाम- सोमवार, मङ्गलवार, शनिवार, रविवार आदि।
महीनों के नाम- चैत्र, फागुन, आषाढ़, जनवरी, अप्रैल, नवंबर दिसंबर आदि।
ग्रहों के नाम- मङ्गल, चन्द्रमा, बुध, शनि, शुक्र और बृहस्पति आदि। इसमें पृथ्वी स्त्रीलिङ्ग शब्द है। यह अपवाद है।
सागरों के नाम- हिन्द महासागर, प्रशान्त महासागर, अरब सागर आदि।
पहाड़ों के नाम- नीलगिरि, हिमालय, आल्पस, विण्ध्याचल आदि।
देशों के नाम- भारत, फ्रांस, अमेरिका और पुर्तगाल आदि।
महाद्वीपों के नाम- एशिया, यूरोप, अमेरिका, अफ्रीका, आस्ट्रेलिया आदि।
धातुओं के नाम- लोहा, सोना, ताँबा, पीतल, काँसा, जस्त आदि। इसमें चाँदी स्त्रीलिङ्ग शब्द है। यह अपवाद है।
खनिज पदार्थों के नाम- तेल, कोयला, मैंगनीज आदि।
रत्नों के नाम- मूँगा, मोती, हीरा, पन्ना, नीलम आदि।
वृक्षों के नाम- आड़ू, आम, अमरूद, संतरा, सेब, गुलाब, गेंदा, नींबू आदि। इसमें शीशम, लीची, इमली, मौलसिरी आदि स्त्रीलिङ्ग शब्द हैं। यह अपवाद है।
फसलों के नाम- बाजरा, चावल, चना, गेहूँ, जौ, गन्ना, लोबिया आदि। इसमें बरसीम, मक्का, मटर आदि स्त्रीलिङ्ग शब्द हैं। यह अपवाद है।
भोज्य पदार्थों के नाम- हलवा, समोसा, डोसा, पेड़ा, रसगुल्ला, भटूरा, अचार आदि। इसमें रोटी, पूरी, कचौड़ी, जलेबी, बरफी, दही, खीर, कढ़ी, मिठाई, चटनी, तरकारी आदि सब स्त्रीलिङ्ग शब्द हैं। यह अपवाद है।
स्त्रीलिङ्ग शब्द— सदैव स्त्रीलिंग रहने वाले शब्द निम्नलिखित होते हैं-
नदियों के नाम- कृष्णा, कावेरी, गङ्गा, यमुना, घाघरा, नर्मदा, तुङ्गभद्रा, ब्रह्मपुत्र आदि ।
झीलों के नाम- साँभर, डल, चिलका, वूलर आदि।
नक्षत्रों के नाम- भरणी, भद्रा, चित्रा, आर्द्रा आदि।
तिथियों के नाम- प्रथमा, द्वितीया, तृतीया, पूर्णिमा, अमावस्या आदि।
भाषाओं के नाम- पञ्जाबी, हिन्दी, संस्कृत, अङ्ग्रेजी, उर्दू, फारसी, अरबी, रूसी, चीनी, पुर्तगाली, मलयालम आदि।
खेलों के नाम- हाकी, कबड्डी, कुश्ती, तैराकी, दौड़, क्रिकेट, वालीबाल, निशानेबाजी आदि।