- धोनी ( एक साधु से ) -“बाबा मेरी बीवी परेशान करती है। कोई उपाय बताओ?”
बाबा – “बेटा, उपाय होता तो मैं साधु क्यों बनता।” - रतन (फार्म भरते हुए अपने पिता से बोला ) -“मदर टङ्ग के आगे क्या लिखूँ ?”
पिता – “लिख दे, बड़ी लम्बी ।” - रमेश ( रकेश से ) – “मुर्गा पहले आया या अण्डा ?”
रकेश – “ओह यार, जिसका आर्डर पहले दिया वो ही आया होगा।” - रमा – “पत्नी हर जन्म में वही पती क्यों चाहती है ?”
शमा -“ताकि उस पती को सुधारने में लगी उसकी मेहनत बेकार न चली जाये ।” - नवीन – “तुम्हें तो नरक में भी जगह नहीं मिलेगी ।”
सुन्दर – “अच्छा है । वर्ना सब जगह तुम्हारे साथ रहते-रहते तो मैं पागल ही हो जाता।” - नन्हीं – “कितना अच्छा होता यदि मैं किताब होती और हर समय तुम्हारी आंखों के सामने रहती ।”
मुन्ना – “कितना अच्छा होता कि तुम कैलेंडर होती ताकि मैं हर साल उसे बदल लिया करता।” - पति – पत्नी फिल्म देखने गये ! फिल्म आरम्भ होने से पहले पति ने पत्नी को एक बनारसी पान दिया ।
पत्नी – “एक पान आप अपने लिए भी ले आते।”
पति – “मैं तो बिना पान के भी चुप रह सकता हूं।” - कवि को भगवान ने दर्शन दिये।
कवि – “आपने महिलाओं को इतना खूबसूरत क्यों बनाया है।”
भगवान – “ताकि तुम उन्हें प्यार कर सको।”
कवि – “तो आपने उन्हें इतना बुद्धु क्यों बनाया है।”
भगवान – “ताकि वो भी तुम्हें प्यार कर सकें।” - छोरी -“अगर मैं मर जाऊँ तो तुम क्या करोगे ?”
छोरा – “मैं भी मर जाऊँगा।”
छोरी – “पर क्यूं ?”
छोरा -“तेरे चक्कर में उधारी इतनी हो गई है कि अब जीना मुश्किल हो गया है।”