क्रिया के रूप से ही कार्य के करने या होने के समय का पता चलता है। इसी समय को ही क्रिया का काल कहा जाता है।
कुछ उदाहरणों को ध्यान से पढ़ें –
- वह पढ़ रही है।
- वह पढ़ रही थी।
- वह पढ़ेगी।
उदाहरण एक से पता चलता है कि कार्य इस समय चल रहा है। उदाहरण दो से पता चलता है कि कार्य पहले ही समाप्त हो चुका। उदाहरण तीन से पता चलता है कि कार्य अभी आरंभ नहीं हुआ है, पर आगे चलकर आरम्भ होगा।
काल के भेद (Kinds of Tense )
काल के तीन भेद होते हैं-
- भूतकाल
- वर्तमानकाल
- भविष्यत्काल
भूतकाल – जो समय बीत चुका, उसे भूतकाल कहा जाता है। इस काल की मुख्य क्रिया में आ, ई,ए जुड़े रहते हैं। किसी समय पर वाक्यों के अन्त में था, थी, थीं, थे भी आते हैं। जैसे-
- मैंने आपका पत्र पढ़ा था।
- वह कल घर नहीं आया।
- राम और शाम के साथ वीना नहीं गई।
- कल हमने तीन मोर देखे थे।
याद रखने के लिए- था, थी, थीं, थे का प्रयोग केवल भूतकाल में ही होता है, किसी अन्य काल में नहीं।
वर्तमानकाल – जो समय अब चल रहा है, उसे वर्तमानकाल कहा जाता है। इस काल की क्रियाओं के साथ है, हैं, हो, हूँ जुड़े रहते हैं। जैसे-
- मैं प्रतिदिन विद्यालय जाता हूँ।
- वे अच्छी-अच्छी पुस्तकें पड़ते हैं।
- बच्चे मिठाई खाना पसन्द करते हैं।
- तुम वीर हो।
भविष्यत्काल – जो समय आगे आनेवाला है, उसे भविष्यत्काल कहते हैं। इस काल के वाक्यों की मुख्य क्रिया में गा, गे, गी जुड़े होते हैं। जैसे-
- वह आज विद्यालय जाएगा।
- हम तुम्हारी कहानी अवश्य सुनेंगे।
- रवि की बहनें आज यहाँ आयेंगी।
- कल हम तुम्हारे साथ चलेंगे।