द्वंद्व समास उस समास को कहते हैं जिसमें पूर्व व उत्तर पद दोनों ही प्रधान होते हैं। द्वंद्व समास को जोड़ा या युग्म समास भी कहते हैं।
इस समास में दोनों पदों को जोड़ने वाले समुच्चयबोधक अव्यय का लोप हो जाता है।
द्वंद्व समास के कुछ उदाहरण नीचे दिये गये हैं जिससे आपको यह ज्ञान हो जायेगा कि कैसे दोनों ही प्रधान पद आपस में जुड़ कर द्वंद्व समास बनाते हैं।
द्वंद्व समास के उदाहरण हिंदी में
समस्तपद | विग्रह |
अन्न-जल | अन्न और जल |
अपना-पराया | अपना और पराया |
आगा-पीछा | आगा और पीछा |
आचार-विचार | आचार और विचार |
आचार-व्यवहार | आचार और व्यवहार |
आजकल | आज और कल |
आटा-दाल | आटा और दाल |
उल्टा-सीधा | उल्टा और सीधा |
ऊँच-नीच | ऊँच और नीच |
ऊपर-नीचे | ऊपर और नीचे |
खट्टा-मीठा | खट्टा और मीठा |
खरा-खोटा | खरा और खोटा |
गंगा-यमुना | गंगा और यमुना |
गुण-दोष | गुण और दोष |
घर-द्वार | घर और द्वार |
घी-शक्कर | घी और शक्कर |
छात्र-छात्राएँ | छात्र और छात्राएँ |
छोटा-बड़ा | छोटा और बड़ा |
जल-थल | जल और थल |
जीवन-मरण | जीवन और मरण |
दाल-भात | दाल और भात |
दाल-रोटी | दाल और रोटी |
दूध-दही | दूध और दही |
देश-विदेश | देश और विदेश |
नदी-नाले | नदी और नाले |
नर-नारी | नर और नारी |
पति-पत्नि | पति और पत्नि |
पाप-पुण्य | पाप और पुण्य |
पूर्व-पश्चिम | पूर्व और पश्चिम |
पृथ्वी-आकाश | पृथ्वी और आकाश |
बच्चे-बूढ़े | बच्चे और बूढ़े |
बाप-दादा | बाप और दादा |
भला-बुरा | भला और बुरा |
भाई-बहिन | भाई और बहिन |
माँ-बाप | माँ और बाप |
माता-पिता | माता और पिता |
यश-अपयश | यश और अपयश |
राजा-प्रजा | राजा और प्रजा |
राजा-रंक | राजा और रंक |
राजा-रानी | राजा और रानी |
रात-दिन | रात और दिन |
राधा-कृष्ण | राधा और कृष्ण |
लोटा-डोरी | लोटा और डोरी |
लोभ-मोह | लोभ और मोह |
सुख-दुख | सुख और दुख |
हानि-लाभ | हानि और लाभ |
हार-जीत | हार और जीत |