Dussehra Wishes in Hindi Font
बड़ों से सुना है कि जब राम जी को राजतिलक की घोषणा हुई तो राम जी माता कैकई के महल में गऐ और कहा माता मेरे यहां राजा बनने से सीमा की रक्षा मुश्किल होगी। आप कुछ एसा करें कि मेरा राजतिलक टल जाय और मुझे वन गमन हो। रानी कैकई कहने लगी पुत्र लोग मुझे कुलघातनी और कलंकिनी कहेंगे। कोई अपनी बेटी का नाम कैकई नहीं रखेगा। पर मैं देश की रक्षा के लिए यह कलंक सह लूंगी। तब रानी कैकई ने राजा दशरथ से दो वर मांगे। भरत को राजतिलक और राम जी को 14 वर्ष का बनवास।
दशहरा पर्व मंगलमई हो।