हिंदी भाषा में जातिवाचक संज्ञा को भाववाचक संज्ञा के रूप में बदलकर प्रयोग किया जा सकता है। बहुत से ऐसे शब्द आपको मिलेंगे जिनका जातिवाचक संज्ञा रूप भाववाचक संज्ञा रूप में परिवर्तन करने पर उसका प्रयोग किया जा सकता है।
ऐसे ही कुछ उदाहरण नीचे तालिका में दिये गये हैं।
जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाना
जातिवाचक संज्ञा | भाववाचक संज्ञा |
आदमी | आदमीयत |
इंसान | इंसानियत |
ईमान | ईमानदारी |
ईश्वर | ऐश्वर्य/ईश्वरत्व |
कुमार | कौमार्य |
क्षत्रिय | क्षत्रियत्व |
गुरु | गुरुता/गुरुत्व |
घर | घरेलू |
चिकित्सक | चिकित्सा |
चोर | चोरी |
ठग | ठगी |
डाकू | डकैती |
तरुण | तारुण्य/तरुणाई |
दानव | दानवता |
देव | देवत्व |
दोस्त | दोस्ती |
नर | नरत्व |
नारी | नारीत्व |
नेता | नेतृत्व |
पंडित | पंडिताई/पांडित्य |
पशु | पशुता/पशुत्व |
पुरुष | पौरुष/पुरुषत्व |
प्रभु | प्रभुता/प्रभुत्व |
बंधु | बंधुत्व |
बच्चा | बचपन |
बाप | बपौती |
बाल | बालपन |
बूढ़ा | बुढ़ापा |
ब्राह्मण | ब्राह्मणत्व |
भ्रातृ | भ्रातृत्व |
मनुष्य | मनुष्यता/मनुष्यत्व |
मर्द | मर्दानगी |
माता | मातृत्व |
मानव | मानवता |
मित्र | मित्रता/मैत्री |
युवक | यौवन |
राष्ट्र | राष्ट्रीयता |
लड़का | लड़कपन |
वक्ता | वाक्तृत्व/वक्तृता |
वत्स | वात्सल्य |
विद्वान | विद्वत्ता |
वीर | वीरत्व/वीरता |
वृद्ध | वार्धक्य |
वेद | वेदत्व |
व्यक्ति | व्यक्तित्व |
शठ | शठता |
शत्रु | शत्रुता |
शिशु | शैशव/शिशुता |
संस्कृति | संस्कार |
सज्जन | सज्जनता |
सेवक | सेवा |
स्त्री | स्त्रीत्व |