हिन्दी भाषा – प्रत्यय (Suffix) कया होते हैं ।
यौगिक शब्दों की रचना के लिये हिन्दी में भी प्रत्यय (Suffix) का प्रयोग होता है।
मूल शब्द के बाद या पीछे कुछ जोड़ देने से नये तथा अर्थपुर्ण शब्द का निर्माण होता है। इस शब्दांश को प्रत्यय (Suffix) कहते हैं।
जैसे—
धन + ई * धनी
स्वतन्त्ररूप में इसका प्रयोग न मात्र है।
हिन्दी भाषा के कुछ प्रत्यय और उनसे बनने वाले शब्द उदाहरण के लिये दिये गये हैं।
प्रत्यय प्रत्यय से बने शब्द
आ | श्वेता, प्रिया, आचार्या आदि। |
आई | कमाई, मिठाई, भलाई आदि। |
आनी | कहानी, नौकरानी, देवरानी आदि। |
आऊ | बिकाऊ, भगाऊ, टिकाऊ आदि। |
त्व | लघुत्व, वीरत्व, पुरषत्व आदि। |
ता | कोमलता, मधुरता, सुन्दरता आदि। |
ई | भोली, खेती, कटोरी आदि। |
इक | वार्षिक, दैनिक, धार्मिक आदि। |
ईला | हठीला, नशीला, चमकीला आदि। |
ईली | नुकीली, छबीली, सुरीली आदि। |
पूर्वक | ध्यानपूर्वक, बलपूर्वक, विधिपूर्वक आदि। |
पन | लड़कपन, बचपन, भोलापन आदि। |
वान | बलवान, रूपवान, धनवान आदि। |
एरा | बसेरा, चचेरा, लुटेरा आदि। |
नी | भीलनी, डाकटरनी, मासटरनी आदि। |
वट | बनावट, गिरावट, सजावट आदि। |
वाला | दूधवाला, सब्जीवाला, रिक्षावाला आदि। |
इनके उपयोग से शब्द के मूल अर्थ में परिवर्तन आवश्यक है।