भारत में रत्न और आभूषण उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर घोषित करते हुए रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद यानी जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) को खुशी हो रही है। वित्त मंत्रालय के सहयोग से जीजेईपीसी के व्यापक प्रयासों के बाद, अधिकृत आर्थिक ऑपरेटर यानी ऑथराइज्ड इकोनॉमिक ऑपरेटर्स (एईओ) का दर्जा अब रत्न और आभूषण क्षेत्र तक बढ़ाया जा रहा है। एईओ कार्यक्रम को 2011 में परिपत्र संख्या 37/2011 – सीमा शुल्क दिनांक 23 अगस्त, 2011 के माध्यम से पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पेश किया गया था।
एईओ कार्यक्रम, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस इनीशिएटिव्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो विभिन्न क्षेत्रों में निर्यात संचालन (एक्सपोर्ट ऑपरेशंस) को सरल बनाने में सहायक रहा है, जिसके परिणामस्वरूप निर्यातकों के लिए महत्वपूर्ण समय और लागत की बचत होती है। इसके द्वारा प्रदान किए जाने वाले लाभों के बावजूद, रत्न और आभूषण क्षेत्र को शुरू में AEO कार्यक्रम में भागीदारी से वंचित कर दिया गया था।
हालांकि, प्रासंगिक मंत्रालयों के साथ सक्रिय जुड़ाव के माध्यम से, जीजेईपीसी ने एईओ कार्यक्रम में रत्न और आभूषण उद्योग को शामिल करने की सफलतापूर्वक वकालत की। नतीजतन, वित्त मंत्रालय ने सूचित किया है कि रत्न और आभूषण उद्योग की इकाइयां अब एईओ कार्यक्रम में भागीदारी के लिए आवेदन करने के लिए पात्र हैं, जिससे वे संबंधित लाभ प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
इस विकास के अनुरूप, जीजेईपीसी ने हाल ही में अधिकृत आर्थिक ऑपरेटर (एईओ) का दर्जा प्राप्त करने पर केंद्रित एक इन्फॉर्मेटिव आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किया। 18 मार्च, 2024 को भारत डायमंड बोर्स में आयोजित इस कार्यक्रम ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार संचालन को बढ़ाने, आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षा को मजबूत करने और वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार करने के लिए उत्सुक उद्योग हितधारकों को एक साथ एक मंच पर लाया।
उत्साहजनक बात यह है कि 20 कंपनियां पहले ही एईओ दर्जे के लिए आवेदन कर चुकी हैं। इन आवेदनों के आधार पर, अब तक, एशियन स्टार, जो कि एक प्रमुख हीरा और हीरे के आभूषण निर्माता है, उसे AEO का दर्जा दिया गया है, जिससे यह प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाला यह पहला भारतीय रत्न और आभूषण उद्योग की कंपनी बन गई है।
जीजेईपीसी परिषद के अनुरोध पर विचार करने और रत्न एवं आभूषण उद्योग को एईओ कार्यक्रम के दायरे में लाने के लिए सरकार, विशेष रूप से वित्त मंत्रालय के प्रति अपना आभार व्यक्त करती है।